मेरे लिए तुमने
वक़्त को थामा है बहुत
कई दफे दूसरों
से छीना है मेरे हिस्से का वक़्त
इतनी शिद्दत से कौन
किसको याद करता है
तू जो करता है
वो दुनिया में कौन करता है
तू खुदा की कोई अमानत हो जैसे
मेरे हंसने की ज़मानत हो जैसे
यूँही दुनिया में कोई बेक़रार नही होता
वक़्त को थामा है बहुत
कई दफे दूसरों
से छीना है मेरे हिस्से का वक़्त
इतनी शिद्दत से कौन
किसको याद करता है
तू जो करता है
वो दुनिया में कौन करता है
तू खुदा की कोई अमानत हो जैसे
मेरे हंसने की ज़मानत हो जैसे
यूँही दुनिया में कोई बेक़रार नही होता
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