साथ कितना चाहिए
इतना की
हाथ पकड़ के कह पाएं कुछ
जो ऐसे नहीं कह पाते
या फिर इतना जो कल
याद करें तो सालों याद करते रहें
क्या होता है जब
ज़्यादा वक़्त भी थोडा लगता है
और कभी कभी थोडा
वक़्त भी बहुत ज़्यादा
जैसे खर्च न हो पाये
इतना की
हाथ पकड़ के कह पाएं कुछ
जो ऐसे नहीं कह पाते
या फिर इतना जो कल
याद करें तो सालों याद करते रहें
क्या होता है जब
ज़्यादा वक़्त भी थोडा लगता है
और कभी कभी थोडा
वक़्त भी बहुत ज़्यादा
जैसे खर्च न हो पाये
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